पेशाब का अधिक आना

पेशाब का अधिक आना

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"मेथी की भाजी के 100 मिलीलीटर रस में या 40 मिलीलीटर हरे पत्ते वाले मेथी के रस में डेढ़ ग्राम कत्था तथा 3 ग्राम मिश्री मिलाकर रोजाना 1 सप्ताह सेवन करने से लाभ मिलता है। मेथी का साग रोजाना खाने से पेशाब का बार-बार आना ठीक हो जाता है। दाना मेथी व हल्दी को बराबर मात्रा में पीसकर 2 चम्मच दिन में 2 बार सेवन करने से लाभ मिलता है। हरी पत्ती वाली मेथी का 1 कप रस रोजाना पीने से लाभ मिलता है।

यह रोग कई कारणों से भी हो जाता है। जैसे: मूत्राशय में मूत्र धारण शक्ति का कमजोर पड़ जाना, जिगर में कमजोरी होने पर घी, तेल, शक्कर (चीनी) के सेवन करते रहने से मूत्रतंत्र पर बोझ पड़ता है, इससे मूत्राशय को नुकसान होता है। ऐसी स्थिति बनने पर घी, तेल, चीनी आदि का सेवन कम से कम करना चाहिए। यदि बार-बार पेशाब करने जाना पड़ता हो, जलन भी होती है तो रोगी को रोजाना मेथी का साग खिलायें।

इससे बार-बार पेशाब जाने की समस्या से छुटकारा तो मिलेगा ही, आंव (एक तरह का सफेद चिकना मल) की शिकायत भी ठीक हो जाएगी। सहायक उपचार के रूप में रोगी को अंगूर खिलाये व शाम को पालक की सब्जी खिलाने से आराम मिलता है।""