पेट की प्रॉब्लम्स करे दूर

पेट की प्रॉब्लम्स करे दूर

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पेट की समस्याएँ जैसे indigestion (बदहज़मी), पेट में गैस रहना, कब्ज (कॉन्स्टिपेशन) होना, diarrhea (loose motion), लिवर की कमज़ोरी, IBS, गॅस्ट्राइटिस, आँत की प्रॉब्लम्स, पेट में मरोड़ उठना के अलावा बहुत सी दूसरी पेट की problems को सौंफ और उसके पानी का सेवन करके दूर किया जा सकता है|

रोजाना दिन में 3-4 बार एक टीसपून सौंफ खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है और ऐसा करने से कॉन्स्टिपेशन से बचाव भी होता है| इसमे पाया जाने वाला fiber आपके मल को सॉफ्ट बनाता है साथ ही इसके stimulant गुण आपकी आँत (intestine) की गतियों को ठीक करके मल त्याग को आसान बनाता है| यदि आपको खाना खाते ही भारीपन लगे या भूक कम लगे, सर में दर्द हो, उल्टी जैसा हो रहा हो, पेट में दर्द हो रहा हो, खाना ठीक से ना पच रहा हो तो आप सौंफ खाइए और इन सभी लक्षानो से मुक्ति पाइए|

Flatulence यानी पेट में गैस के कारण भारीपन और मरोड़ उठने को भी सोंफ खा कर ठीक किया जा सकता है| fennel के बीज में aspartic acid होता है जो की ज्यादा गैस की शरीर से बाहर करने में हेल्प करता है| तो यदि आपके पेट में हमेशा गैस बनी रहती है तो आप इन छोटे सीड्स का सेवन का अपनी प्राब्लम से छुटकारा पा सकते हैं|

अपचन/बदहज़मी या indigestion होने पर खाना ठीक से ना पचना, खाना खाने का मन ना करना, मुँह से दुर्गंध आना, खाना खाते ही उल्टी होना जैसी प्रॉब्लम्स रहती हैं| आप इस बदहजमी को खाने के बाद एक या दो स्पून सौंफ खा कर ठीक कर सकते हैं| फेनेल की appetizing गुण आपकी भूक को सही करते हैं| साथ ही इसके stimulant गुण डाइजेस्टिव और गॅस्ट्रिक juices को बढ़कर पाचन अच्छा करते हैं| इसमें पाया जाने वाले essential आयल्स पोषक तत्वों के अवशोषण को भी बढ़ाते हैं|

Diarrhea या loose motion या दस्त लग्न अक्सर बॅक्टीरियल संक्रमण द्वारा होता है| सौंफ में पाया जाने वाले anetol and cineole में एंटी बैक्टीरियल और infection फाइटिंग गुण होते हैं जो की बॅक्टीरिया को ख़तम कर आपके दस्त या डायरिया को रोकने में मदद करते हैं|

उल्टी होने की स्तिथि में एक चम्मच सौंफ में थोड़ी से मिशरी मिलाकर मुँह में रखिए और उसके रस को चूसिये|

सौंफ खाने से लीवर को बल मिलता है और लिवर के कार्य भी सुधरते हैं इसलिए कमजोर लिवर वालों को डेली सौंफ के पानी का सेवन करना चाहिए|