तू आजा रे

तू आजा रे

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अपने ही धुन में तू चला है
अपने ही मन की तू करा है
तुझको जो दीखता नहीं है अँधेरा
चलते तू जा रहा है

तू आजा रे

सस्ती नहीं है तेरी ज़िन्दगी
तेरे ही खातिर येशु ने जान दी
तुझको वो अपनी बाहों में लेने
तुझे बुला रहा है

तू आजा रे

कभी न किया है तेरा इनकार
हर पल तेरा इंतज़ार
तेरी हर खता मैंने कर दी माफ़
बिना किसी शर्त के है ये प्यार