 
            हाल्लेलुयाह
 
                                                    हाथो को अपने , मैं उठाकर
घुटने टीकाकर सर को झुकाकर
मन से प्रभु बस तुझको मैं चाहूं
तेरी इबादत में मैं डुब जाऊं
स्तुति करूं बस मैं तेरी प्रभु
महिमा तुझे दू मेरे प्रभु
तेरे चरणों में रहूं
और वचनों पर चलूं
तो गाउँ हालेलुयाह
करूं बस तेरी जयजयकार
गाउँ हालेलुयाह
तो गाउँ हालेलुयाह
करूं बस तेरा ही गुणगान
गाउँ हालेलुयाह

 
                                            