 
            जीवन से बढ़कर
 
                                                    मेरे खुदा में तेरी प्यासी हूँ
बंजर बेजान रूह में तू सुकून
खुदा मेरे में तेरे लिए तरसूं
निर्बलता में तेरी ही आरज़ू
तेरा प्रेम है जीवन से बढ़कर प्रभु
तुझमे ही हर ज़रुरत को में पाऊं
होठों से गाऊं में हाथों को उठाऊं में
तेरा प्रेम है जीवन से बढ़कर प्रभु
आराधना में तेरे चेहरे को देखूं
तेरे सामने निशब्द और हैरान हूँ
और हमेशा प्रभु ...
धन्य तुझको कहूं
अपने डर तुझको दूँ
तेरे अनुग्रह से जियूं
तेरा प्रेम है जीवन से बढ़कर प्रभु
तुझमे ही हर ज़रुरत को में पाऊं
होठों से गाऊं में हाथों को उठाऊं में
तेरा प्रेम है जीवन से बढ़कर प्रभु
प्रभु तू मेरा प्रभु
न कोई सामान
तेरा प्रेम है महान
ओ .... प्रभु तू मेरा प्रभु
न कोई समान
तेरा प्रेम है महान
ओ ..प्रभु तू मेरा प्रभु
न कोई सामान
तेरा प्रेम है महान
ओ ..प्रभु तू मेरा प्रभु
न कोई सामान
तेरा प्रेम है महान
तेरा प्रेम है जीवन से बढ़कर प्रभु
तुझमे ही हर ज़रुरत को में पाऊं
होठों से गाऊं में हाथों को उठाऊं में
तेरा प्रेम है जीवन से बढ़कर प्रभु

 
                                            