साथ है
पानी पर मैं चलूँ
अगर तू मेरे साथ है
तूफ़ान से मैं लड़ूँ
अगर तू मेरे साथ है
अब मैं न डरूं
और ना पीछे हटूं
तेरी आत्मा से भर
मैं दौड़ा चलूँ
न तो बल से
न शक्ति से प्रभु
तेरी आत्मा से ही
मैं जैवंत बनूँ
अब जीना है मसिह
अब मरना है नफा
तेरे नाम से ज़िन्दगी
तू ही है ज़िंदा खुदा
अब मैं न डरूं
और ना पीछे हटूं
तेरी आत्मा से भर
मैं दौड़ा चलूँ
