शून्य से लेके तूने मुझे

शून्य से लेके तूने मुझे

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शून्य से लेके तूने मुझे
रच लिया अपने ही रूप में
प्रेम किया है अनंत प्रेम से
दिया पुत्र मेरी मुक्ति के लिये

अनोखा प्यार है तेरा
करूँगा स्तुति तेरी मैं सर्वदा

जग में आया यीशु स्वर्ग छोड़ के,
मेरा सारा दंड सह लिया उसने
कोड़े खाके क्रूस उठा के यीशु ने,
मुझको मुक्ति और चंगाई दे दी है,

अन्न वस्त्र और सभी आशीषें
दी मुझे उसने भरपूरी से
खतरों और मुसीबतों से
आँख की पुतली जैसे संभाला मुझे