 
            ना कोई डर
 
                                                    मेरे खुदा , मेरे मसिह
आया है तू मेरे करीब
मुझको तू थामा और चंगाई दी
मन में मेरे लायी रोशनी
अकेला था में , भयभीत था
तूने छुआ मुझको , यह क्या हुआ
आशा जागी , राह दिखी
जैसे मिली एक नयी जींदगी
ना कोई डर है मुझे अभी
जो तू मेरे साथ है खुदा
ना कोई डर है मुझे अभी
जो तू मेरे साथ है खुदा
टूटा था में , बिखरा हुआ
सीने में कोई एक दर्द सा था
पर आये जो तुम , छुड़ाया मुझे
लेकर खुदपर हर गम को मेरे
सोचा न था मेंने कभी
पाउँगा में इतनी ख़ुशी
आशा जागी , राह दिखी
जैसे मिली एक नयी जींदगी
ना कोई डर है मुझे अभी
जो तू मेरे साथ है खुदा
x2
अकेला था में , भयभीत था .........
सोचा न था मेंने कभी .........
ना कोई डर है मुझे अभी .........

 
                                            