दीवानी हुई है
दीवानी हुई है, दीवानी हुई है
यीशु से मिलके आई, दीवानी हुई है
दीवानी हुई है, यीशु से मिलके आई
दीवानी हुई है
दीवानी, दीवानी, दीवानी, दीवानी
दीवानी हुई है -2
ये उस औरत की कहानी है, और ये यूहन्ना की जुबानी है। जो पानी भरने के लिए कुएं के पास जाती है और वहां इसकी मुलाकात यीशु नासरी से हो जाती है। ज़िन्दगी का पानी, ये दीवानी पी के आती है।
भरने गई थी पानी, अपने लिए वो -4
ज़िन्दगी का पानी, ज़िन्दगी का पानी
पीकर के आई, दीवानी हुई है
दीवानी, दीवानी, दीवानी, दीवानी
दीवानी हुई है -2
सारी दुनियां में, इस औरत की ये कहानी बताई जाती है। जो कि इत्र ले के, यीशु के दीदार को जाती है। आँसुओं से धो के पाँव, इत्र है उंडेला इसने; अपने गुनाहों की इससे रिहाई, ये दीवानी ले के आती है।
आंसुओं से धो के पाँव, इत्र है उंडेला -4
बोझ गुनाहों का, बोझ गुनाहों का
यीशु को देके आई, दीवानी हुई है
दीवानी, दीवानी, दीवानी, दीवानी
दीवानी हुई है -2
मौत की खबर पा के, कुछ औरतें कब्र के पास जाती हैं; पर यीशु को वहां न पा के ये मायूस हो जाती हैं। पर यीशु कब्र में दफ़न नहीं, वो तो जिंदा है, दूतों के द्वारा ये खबर पा के ये दीवानी हो जाती हैं।
ढूंढती वो पहुँचीं, कब्र पे यीशु के -4
हैरां हुई जब, हैरां हुई जब
कब्र खाली पाई, दीवानी हुई है
दीवानी, दीवानी, दीवानी, दीवानी
दीवानी हुई है -2
यीशु में रहमत है... रहमत
यीशु में राहत है... राहत
ज़िन्दगी का पानी यीशु... आहा
यीशु में जन्नत है... जन्नत
यीशु में शौहरत है... शौहरत
यीशु में बरकत है... बरकत
शिफ़ा का दाता यीशु... आहा
दामन में कुदरत है... कुदरत
यीशु में हिक़मत है... हिक़मत
यीशु में कुव्वत है... कुव्वत
यीशु माफ़ी का ज़रिया... आहा
यीशु मोहब्बत है
दीवानी, दीवानी, दीवानी, दीवानी
दीवानी हुई है -2
रोक सके न कोई, नूर-ए-खुदाई -4
नाम ने यीशु के जग में -2
हलचल मचाई, दीवानी हुई है
दीवानी, दीवानी, दीवानी, दीवानी
दीवानी हुई है -2
एक औरत बड़ी, उम्मीदें लेकर आई थी -2
छू के दामन को तेरे, उसने शिफ़ा पाई थी -2
तेरी बातों में क़ुदरत है,
तेरे दामन में क़ुदरत है -2
एक इशारे से तू तूफ़ान, थमा देता है -2
देके आवाज़ तू, मुर्दों को जिला देता है
तेरी क़ुदरत, मेरे खुदा
कैसे मैं बयान करूँ -4
तेरी क़ुदरत है ये मेरे खुदा
कैसे मैं इसको बयान करूँ -3
तेरी क़ुदरत, मेरे खुदा
कैसे मैं बयान करूँ -4
