तेरे करीब

तेरे करीब

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तेरे करीब, मैं हर दम रहूँ;
तेरी महिमा के लिए, मुझे चला।
इस पीढी में, तेरी अग्नि जले;
तेरी महिमा के लिए, मुझे जला।

मुझे अपने अलगाव में बुलाओ, कि मैं मुड़ ना जाऊं कहीं। (2)
एक फ़सल तय्यार है, रुकी मुझे भेजो-है यही दुआ...

तूने शुद्ध किया, पवित्र बनाया;
राष्ट्रों का अभिषेक मुझ पर किया।
जब तक जीऊंगा, तुझमें ही रहूंगा;
तेरी इच्छा पूरी होती रहेगी सदा।