 
            तू ही रब है
 
                                                    तू ही रब है, तू ही सब है
लेता हूँ मैं, तुझ में पनाह
मुझको संभाल, मेरे खुदा…
तेरे बिना क्या, मेरी भलाई
हर चीज़ मैंने, तुझ से ही पाई
तू है खुदावंद, मेरा प्याला
तूने मेरे, हिस्से को संभाला
मेरा मुहाफिज़ है तू खुदा
मुझको संभाल…
जितना मैं तेरे, पास रहूँगा
उतना ही, मजबूत बनूँगा
तुझको ही बस, अपना कहूँगा
गैरों के पीछे ना चलूँगा
गाऊँगा तेरी हम्द-ओ-सना
मुझको संभाल

 
                                            