जीवन के खोज में निकला रे

जीवन के खोज में निकला रे

bookmark

जीवन के खोज में निकला रे
यीशु पाया-4
मार्ग पाया सत्य पाया जीवन पाया रे-4

इस दुनिया में घोर अंधेरा
शैतान ने हैं डाला डेरा
सबके मन को उसने घेरा
सबके मन को उसने फेरा
निकला उजियाले की खोज में….

मन के अंदर पाप की नगरी
भरती जाए कर्म की गगरी
कौन निकाले भवसागर से
मेरी प्यासि आंखें तर्सें
निकला छुटकारे की खोज में….