 
            आशीषों की बारिश का अब समय यही हैं
 
                                                    आशीषों की बारिश का अब समय यही हैं
होगी बड़ी बारिश जब आत्मा मंडराए –(2)
स्वर्ग से तुझ पर आत्मा उन्ढ़ेलेगा
मुरझाए हुए को येशु फिर से जिलाएगा –(2)
यही समय है तेरे दुःख आनंद में बदल जाए
यही समय है चिंता और आंसू मिट जाए –(2)
पहली वर्षा पिछली वर्षा वही बरसायेगा
सूखे हुए तेरे जीवन को फलों से भर देगा –(2)
तेरे बंजर भूमि को वह फलवंत करेगा
तेरे हाथों के सारे कामों को आशीषित करेगा –(2)
यही समय है तेरे दुःख आनंद में बदल जाए
यही समय है चिंता और आंसू मिट जाए
यही समय जंगल सारे उपजाऊ खेत बन जाएंगे
यही समय निर्जल देशों में नदियाँ बहने लगेगी –(2)
सपनो और दर्शनों से येशु बातें करेगा
भविष्यवक्ता बनाकर तुझको वही प्रकट होगा –(2)
यही समय है तेरे दुःख आनंद में बदल जाए
यही समय है चिंता और आंसू मिट जाए –(2)
बरसा दे….
एक बड़ी बारिश होगी हमारे देश पर होगी
आत्मा बरसे बारिश के समान
आशीषों की बारिश उंढेलेगा

 
                                            