ज़िन्दगी

ज़िन्दगी

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ज़िन्दगी हां जिंदगी ...
ज़िन्दगी हां जिंदगी
हां येशु तुझ से जुड़ा है
कभी ना सचु हां क्या होगा सामने
कभी ना देखूं पीछे क्या छोड़ा ज़िन्दगी में

जो बे-सहारों को सहारा दिया
जो मुशाफिर को भी मंजिल दिया
जो तूफानों को भी रुकवा दिया
वोह तो आप ही हो येशुआ ....

अब क्या फिकर क्या दर्द हमें
जब येशु मसीह है साथ में
अब क्या फिकर क्या दर्द हमें
जब येशु मसीह है साथ में

हर ख़ुशी , हाँ हर ख़ुशी
हर ख़ुशी , हाँ हर ख़ुशी
हाँ येशु तुझ से जुड़ा है
कभी ना सोचूं हां क्या होगा सामने
कभी ना देखूं पीछे क्या छोड़ा ज़िन्दगी में

जो समुन्दर ऊपर से चल पड़ा
जो मुर्दा लाजर को ज़िंदा किया
जो कोई ना कर सका कर दिया
वोह तो आप ही हो येशुआ ...


अब क्या फिकर , क्या दर्द हमें
जब येशु मसीह है साथ में
अब क्या फिकर क्या दर्द हमें
जब येशु मसीह है साथ में

जो गुनेगारों को भी माफ़ किया
बे-गुनाह हो के भी गुनाह कबूल किया
जो जानता था वो दर्द है
फिर भी कृष को येशु ने चुन लिया
येशु ने चुन लिया ...
हमें जीवन दिया ...

ज़िन्दगी हां जिंदगी
ज़िन्दगी हां जिंदगी हां येशु तुझ से जुड़ा है
कभी ना सचु हां क्या होगा सामने
कभी ना देखूं पीछे क्या छोड़ा ज़िन्दगी में