 
            हे मेरे मन यहोवा को
 
                                                    हे मेरे मन यहोवा को
धन्य धन्य कहो
जो कुछ भी मुझ मैं है,
उसको धन्य कहो |
१. वाही तेरे अधर्म को क्षमा करता है
तेरे सब रोगों को चंगा करता है,
हल्लेलुईयह (२)
वही तो तेरे प्राण को
नाश होने से बचत है |
२. सतयनाश के गड्ढे से मुझे निकाला
दल दल कि कीच से मुझे उबारा,
हल्लेलुईयह (२)
मेरे पैरो को दृंढ किया है,
चट्टान पर खड़ा किया है |
३. हे यहोवा के दूतों उसको धन्य कहो,
हे सारी सृष्टि उसको धन्य कहो,
धन्य हो (२)
उसके राज्य के सब स्थानों मैं
यहोवा को धन्य कहो |

 
                                            