संग्रहणी (पेचिश)
जायफल, चित्रक, सफेद चंदन, वायबिडंग, इलायची, भमसेनी कपूर, वंशलोचन, सफेद जीरा, सोंठ, कालीमिर्च, पीपल, तगर, लौंग इन सबको बराबर-बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीस लें। फिर इसमें 500 ग्राम मिश्री को पीसकर उसमें मिला दें। इस चूर्ण में से चुटकी भर चूर्ण मट्ठा (लस्सी) के साथ खाने से संग्रहणी अतिसार में लाभ होता है।
