येशु महान
जब देखा मैंने उसको महिमा में
मुर्दो सा गिर गया उसके चरणों में
आँखें उसकी अग्नि प्रकाशमान थी
उसका शब्द जैसे धारा नदियों की
जो कल था आज है , रहेगा सर्वदा
मृत्यु और जीवन , जिसके हाथों में
येशु महान गाउँ मैं यह
प्रभु तेरी ही जय , योग्य है तू
योग्य है तू
मिलकर हम गाये ,
यह ही एलान करे
पवित्र है प्रभु
येशु महान गाये हम यह
प्रभु तेरी ही जय , योग्य है तू
योग्य है तू
कितना सुन्दर , कितना पवित्र
तू है ... , तू है ...
योग्य है तू
वही खुदा है , जो करता है प्यार
लहू से धोकर , किया है आज़ाद
मिलकर हम देखेंगे जब आएगा वोह
ले जाएगा वोह हमको अपने साथ
