मेरे गुनाह

मेरे गुनाह

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मेरे गुनाह की ली तूने सज़ा
चाबुक की मार से
कुछ ना दिया मैने कुछ ना दिया
बदले मे प्यार के
ये क्या किया तूने क्यू ये किया
जान देके तूने ये जीवन दिया

दारद था मेरा जो तूने सहा
चढ़ के सलीब पे
कर्ज़ किया तूने मेरा अदा
कतो और किलो से
फिर भी ना कम हुआ प्रेम तेरा
जान देके तूने ये जीवन दिया

मरते हुए माफ़ करके गया
जुकम सितम मेरे
मेरे लिए तूने खाई सज़ा
दुनिया की ठोकरे
ये क्या किया तूने क्यू ये किया
जान देके तूने ये जीवन दिया