मसिह

मसिह

bookmark

ए मसिह नाज़री , केवत
अभिषिक्त है , परिपूर्ण है
आश्रय है तू , चट्टान है
मार्ग है , मेरे जीवन दाता

येशुआ मेरे येशुआ
येशुआ मेरे येशुआ
x2

तेरा रक्त ने , रिहाई दिया
क्रिपा पा देकर मुझको बल दिया
मेरे संग चलना तू भूला नहीं
तेरा हाथ सिरे से कभी हट ना गया
x2

येशुआ मेरे येशुआ
येशुआ मेरे येशुआ
x2

कभी न छोड़ेगा मेरा हाथ
कभी न छोड़ेगा मेरा साथ
x2

लिख दिया हाथों पे मेरा नाम , मेरा नाम
गाउँ में होठों से तेरा नाम , तेरा नाम
येशु तेरा नाम........

येशुआ मेरे येशुआ
येशुआ मेरे येशुआ
x2

गाये तेरा नाम , सबसे ऊंचा नाम
येशु नाम , मेरे येशु नाम