मधुमेह (Diabetes) में करेला जूस के फायदे

मधुमेह (Diabetes) में करेला जूस के फायदे

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शुगर में करेले का जूस और करेला किसी भी रूप में खाना चाहिए करेला शरीर में इंसुलिन के स्राव को बढ़ाता है।

शुगर पीड़ित रोगी को 15 मी.ली करेले के जूस 100 मि.ली पानी में मिलाकर रोजाना तीन बार करीब तीन महीने तक पिलाना चाहिए। खाने में भी करेले की सब्जी बिना छिलका उतारे ही खानी चाहिए |
मधुमेह में करेला चार महीनो तक लें। मधुमेह में करेले का रस खाली पेट ग्रहण करें। मधुमेह में बतायेनुसार करेले के सेवन से रक्त भी साफ होता है। चुकंदर के फायदे तथा 32 बेहतरीन औषधीय गुण |

करेले में इन्सुलिन पर्यात मात्रा में होता है। यह इन्सुलिन यूरिन एवं रक्त दोनों ही की शुगर को नियंत्रित रखने में समर्थ है।

मधुमेह के रोगी को करेला तथा मेथीदाना का प्रयोग रोजाना नियम से करना चाहिए। 4 करेलों का जूस निकाल कर उसे प्रतिदिन प्रात: पीना चाहिए। यह भी अवश्य पढ़ें – जानिए 5 हर्बल एनर्जी ड्रिंक जो रखे आपको तरोताजा बढाये स्टेमिना |

करेले के सीजन में जब करेला की पैदावार होती है आप चाहे तो उसी समय पर अपनी जरुरत के अनुसार कुछ मात्रा में बढ़िया करेले लेकर धोकर साफ कर लें। फिर इसके छोटे-छोटे टुकड़े करके छाया में सुखा लें लेकिन ध्यान रहे की इन करेलो में धूल मिट्टी न मिलने पाए ।करेले सूख जाने पर इनको बारीक पीसकर किसी ऐसे बर्तन में रखें जिसमे यह नमी और गर्म हवाओ के सम्पर्क में ना आए |अब आप इस पाउडर की एक दो चम्मच सुबह-शाम ठण्डे पानी के साथ लेते रहें, इससे मधुमेह की बीमारी में लाभ होगा।

आधा कप करेले के जूस में आधे नींबू का रस, आधा चम्मच राई तथा स्वादानुसार नमक और चौथाई कप पानी मिलाकर रोजाना दो बार पीने से मधुमेह में लाभ होता है। देखें यह पोस्ट – अदरक के फायदे और 40 घरेलू नुस्खे |

एक टमाटर, 250 ग्राम खीरा तथा एक करेला, तीनों का जूस निकालकर सुबह-शाम पीने से मधुमेह में लाभ होता है।