बेहोशी
हिस्टीरिया (योषापस्मार), नाड़ीशूल आक्षेप, जल से भय होना (जलत्रास) में प्याज को घी में भूनकर आवश्यकतानुसार देना चाहिए। इसके रस का नस्य देने से बेहोशी दूर होकर तुरन्त होश आता है।
हिस्टीरिया (योषापस्मार), नाड़ीशूल आक्षेप, जल से भय होना (जलत्रास) में प्याज को घी में भूनकर आवश्यकतानुसार देना चाहिए। इसके रस का नस्य देने से बेहोशी दूर होकर तुरन्त होश आता है।