नपुंसकता और शीघ्रपतन
जायफल का चूर्ण एक चौथाई चम्मच सुबह-शाम शहद के साथ खायें और इसका तेल सरसों के तेल में मिलाकर शिश्न (लिंग) पर मलें। इससे नपुंसकता और शीघ्रपतन का रोग समाप्त हो जाता है।
जायफल का चूर्ण आधा ग्राम शाम को पानी के साथ खाने से 6 हफ्ते में ही धातु (वीर्य) की कमी और मैथुन की कमजोरी दूर होगी।
