तेरी उंगली

तेरी उंगली

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1. तेरी उंगली पकड़ कर मैं चलूं
तेरी राहों पर मैं चलूं

Ch. क्योंकि तू ही है मेरा एक दोस्त के समान
क्योंकि तू ही है मेरा एक मां के समान
क्योंकि तू ही है मेरा एक पिता के समान
क्योंकि तू ही है मेरा एक दूल्हा के समान

2.तूने ही दिया इस जीवन को
कुछ भी मैं कर पाया ही नहीं
पर अब मैं मन फिर आता हूं
करता हूं अब मैं समर्पण प्रभु

3.तेरे बिना यह जीवन अधूरा है
तू ना हो तो कुछ भी ही नहीं
क्योंकि तू ही मेरा भरोसा है
और तू है तो कुछ कमी ही नहीं