गिलोय (giloy)सत्व के लाभ
यह रसायन औषधि है।
यह त्रिदोष को कम करता है लेकिन वात-पित्त को अधिक कम करता है।
इसके सेवन से बढ़ा हुआ पित्त कम होता है जिससे एसिडिटी, पेट के अल्सर, अल्सरेटिव कोलाइटिस आदि में लाभ होता है।
यह शरीर में टोक्सिन को दूर करता है लेकिन शरीर में गर्मी या पित्त को नहीं बढ़ाता।
यह इम्यून सिस्टम को ताकत देने वाली औषध है।
यह बुखार और इन्फेक्शन वाले रोगों में बहुत लाभप्रद है।
यह शरीर से आम दोष को दूर करता है।
यह लीवर को ताकत देता है।
यह लीवर फंक्शन को ठीक करता है।
यह एंटीऑक्सीडेंट है।
यह जोड़ों के दर्द में लाभप्रद है।
यह त्वचा रोगों में भी फायदेमंद है क्योंकि गिलोय आम दोष और रक्तविकारों को दूर करने वाली दवा है।
इसे प्रमेह रोगों में लेना चाहिए।
यह हृदय को ताकत देता है और हृदय की अनियमित धड़कन में लाभप्रद है।
यह बार-बार आने वाले, पुराने, या निश्चित समय पर आने वाले बुखार को नष्ट करने की दवा है।
यह बुखार में लीवर की रक्षा करती है।
यह अपने मूत्रल और सूजन दूर करने के गुणों के कारण शरीर में सूजन को कम करती है।
यह बहुत प्यास लगना और मूत्र रोगों में फायदेमंद है।
यह बढ़े यूरिक लेवल, अपच, गैस, भूख न लगना, शरीर में जलन, पेशाब में जलन, प्रमेह रोग, लीवर रोगों आदि सभी में लाभप्रद है।
