 
            ऐ पथिक तु सदा
 
                                                    ऐ पथिक तु सदा याद रखना,
तु कभी भी अकेला नहीं है
जिन्दगी के सफर मे ओ राही,
तु कभीभी अकेला नही ।
साथ देते नही है सहारे,
नॉव को छोड़ देते किनारे,
प्रभू येश्शू ही सच्चा सहारा,
पार केवल विह तो उतारे,
बात ये भूल जाना न राही,
तु कभीभी अकेला नही ।
वो नजर तो निह तूझको आते,
है हाथ मगर तो तेरे उपर,
तुझको महसुस हो या न हो,
उसका साया सदा तेरे सरपर,
मिश्श्कलोंमे विह तो काम आता,
तु कभीभी अकेला नही है

 
                                            