तृषा (प्यास), वमन (उल्टी), दाह (जलन), कोष्ठबद्धता, मंदाग्नि (भूख का कम होना)
"बेल के पके फल के गूदे को ठंडे पानी में मसलकर और छानकर, उसमें मिश्री, इलायची, लौंग, कालीमिर्च तथा कपूर मिलाकर शर्बत बनाकर पीने से प्यास, उल्टी, जलन, कब्ज, भूख का कम होना आदि रोगों में लाभ मिलता है। जिन व्यक्तियों को कब्ज की परेशानी हो वे इसे भोजन के साथ लें, इससे आराम मिलता है।
100 ग्राम बेल के गूदे को मसलकर और छानकर उसमें थोड़ी-सी चीनी मिलाकर या दही के साथ चीनी मिलाकर पीने से पेट की कब्ज तथा जलन दूर होती है।"
