वायुगोला (वातगुल्म)
10-20 ग्राम बेल की गिरी या कोमल फल के गूदे को गुड़ के साथ सेवन करने से रक्तातिसार (खूनी अतिसार), आम शूल, स्निग्ध (चिकना), वातगुल्म तथा पेट के रोग समाप्त हो जाते हैं।
10-20 ग्राम बेल की गिरी या कोमल फल के गूदे को गुड़ के साथ सेवन करने से रक्तातिसार (खूनी अतिसार), आम शूल, स्निग्ध (चिकना), वातगुल्म तथा पेट के रोग समाप्त हो जाते हैं।