क्या फूल चढ़ाऊँ मैं

क्या फूल चढ़ाऊँ मैं

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क्या फूल चढ़ाऊँ मैं ,
प्रभु के चरणों में ,
कहाँ कैसे क्या उपहार दूँ
मैं समझ ना पाऊं ।
(2)

मुझे बता दे प्यारे प्रभु ,
क्या पसंद है मेरे प्रभु ।
उसे तोड़ लाऊँ तेरे लिए ,
उसे चुन लाऊँ तेरे लिए।
उसे तोड़ लाऊँ तेरे लिए ,
उसे चुन लाऊँ तेरे लिए।

मेरा यह जीवन तुझको समर्पण ,
करती हूँ मैं प्रभु तेरे लिए।
(2)
उसे तोड़ लाऊँ तेरे लिए ,
उसे चुन लाऊँ तेरे लिए।
(2)

रोटी अदाखरस, प्रभु को अर्पण ,
ग्रहण कर ले , पावन बना दे।
(2)
उसे तोड़ लाऊँ तेरे लिए ,
उसे चुन लाऊँ तेरे लिए।
(2)

थाली में फल फूल , लाये है हम ,
प्रभु के चरणों में ।
(2)
उसे तोड़ लाऊँ तेरे लिए ,
उसे चुन लाऊँ तेरे लिए।
(2)

क्या फूल चढ़ाऊँ मैं ......