हज़ारों वजह
उसका सजदा कर , मेरे मन
येशु नाम की स्तुति कर ।
पहले से बढ़कर , मेरे मन
येशु नाम की स्तुति कर ।
सूर्य उगा , एक नया दिन आया ,
फिर आया समय , तेरा गीत गाऊं
चाहे जो भी हो , और होता रहे अब
गाता रहूंगा जब तक शाम हो जाये
तू प्रेम का धनि ,
और क्रोध में है धीमा
बड़ा है नाम , तेरी बड़ी दया
तेरी भलाई सदा गाता रहूं मैं
हज़ारों वजह मेरे दिल में है
और जिस दिन मेरा बल घट जाए
अंत हो करीब , सब थम जाए
तब भी मेरा प्राण यह गाता रहेगा
हज़ारों वर्ष और सर्वदा
उसका सजदा कर , मेरे मन
येशु नाम की स्तुति कर ।
पहले से बढ़कर , मेरे मन
येशु नाम की स्तुति कर ।
