वमन होना (उल्टी)
"उल्टी होने पर सूखा या हरा धनिया को पीसकर उसका पानी निचोड़कर 5 चम्मच बार-बार रोगी को पिलाने से उल्टी आना बंद हो जाती है। इस प्रयोग से गर्भवती स्त्री की उल्टी भी बंद हो जाती है।
आधा चम्मच हरे धनिये का रस, चुटकी भर सेंधानमक और 1 चम्मच कागजी नींबू के रस को मिलाकर रोगी को पिलाने से उल्टी होने के रोग में लाभ होता है।
हरे धनिये को पीसकर निचोड़ लें और इसका रस निकालकर उस रस में से लगभग 33 ग्राम रस रोगी को पिलाने से उल्टियां होना बंद हो जाती हैं। इसको लगातार कई बार पिलाने से गर्भवती स्त्री की उल्टियां होना भी बंद हो जाती हैं।
धनिये को पानी में उबालकर उसमें मिश्री मिलाकर पीने से उल्टी आना बंद हो जाती है।
हरे धनिये और पोदीने में सेंधानमक मिलाकर चटनी बना लें। इस चटनी में नींबू का रस मिलाकर खाने से उल्टी नहीं आती है।
3 ग्राम धनिया और 3 ग्राम सौंफ को पीसकर छान लें। इसे 250 ग्राम पानी में मिलाकर इसमें शक्कर डालकर 2-3 बार पीने से उल्टी आना बंद हो जाती है।
हरे धनिये और पुदीने को मिलाकर, इसकी चटनी बनाकर खाने से उल्टी होना बंद हो जाती है।
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