येशु नाम की जय जय हो
येशु नाम की जय जय हो
पूरब से पश्चिम तक
उत्तर से दक्षिण तक
सब मिलकर गाएं
जय जय हो ...
पापों को क्षमा करता है
श्रापों को मिटा देता है
नफ़रत की दिवार तोड़ता
चिंताओंको करता दूर
हर दिल को देता सुकून
दुष्ट को हावी न होने देता
कभी रुकने न पाए
अब भजते ही जाएं
येशु की हम गायें
जय जय हो .... ,
जगह जगह से आये
सभी संत जब मिल जाए
येशु की हम गायें
जय जय हो ....
येशु नाम की जय जय हो
पूरब से पश्चिम तक
उत्तर से दक्षिण तक
सब मिलकर गाएं
जय जय हो ...
दुखों में वह संग रेहता हर
दर्द में पुकार सुनता
असंभव को संभव है करता
खोया हुआ लौटाता है
दुगनी आशीष से भरता
स्वर्गियों राज धरती पर लाता
कभी रुकने न पाए
अब भजते ही जाएं
येशु की हम गायें
जय जय हो .... ,
जगह जगह से आये
सभी संत जब मिल जाए
येशु की हम गायें
जय जय हो ....
येशु नाम की जय जय हो
पूरब से पश्चिम तक
उत्तर से दक्षिण तक
सब मिलकर गाएं
जय जय हो ...
